समा है सुहाना सुहाना, नशे में जहां है
किसीको किसीकी खबर ही कहाँ है
हर दिल में देखो मोहब्बत जवां है
कह रही है नजर, नजर से अफसाने
हो रहा है असर के जिसको दिल जाने
देखो ये दिल की अजब दास्ताँ है
नजर बोलती है, दिल बेजुबां है
हो गया है मिलन दिलों का मस्ताना
हो गया है कोई किसी का दीवाना
जहाँ दिलरुबा है, दिल भी वहाँ है
जिसे प्यार कहिये, वही दरमियाँ है
फ़िल्म है- घर घर की कहानी
गायक - किशोर कुमार
संगीत- कल्याण जी आनन्द जी